Kaun hai aapke Isht Dev
अपना कल्याण चाहते हैं
तो करें अपने
इष्ट देव की
इबादत
राशि और लग्न
के हिसाब से
सभी राशियों के
अलग-अलग इष्ट
देव और उपास्य
देव होते हैं।
जातक को किस
देवी-देवता की
अराधना करनी चाहिए
जिससे की उसे
मनोवांछित फल प्राप्त
हो सकें। ज्योतिषशास्त्र
के अनुसार राशि
और लग्न के
आधार पर अपने-अपने देवी-देवता की पूजा
और भक्ति करने
से आशातीत लाभ
होता है। इधर-उधर भटकने
की बजाय उनकी
इबादत को अपनाकर
हर कोई अपना
कल्याण कर सकता
है। अपने इष्ट
का सिमरण पाप
नाशक और मोक्षदायक
माना गया है।
मेष: इस राशी
के स्वामी मंगल और
उपास्य देव श्री
गणपती एवं श्रीराम
भक्त हनुमान जी
हैं।
वृषभ: इस राशी
के स्वामी शुक्र
और उपास्य देवी
कुलस्वामिनी एवं लक्ष्मी
माता हैं।
मिथुन: इस राशी
के स्वामी बुध
और उपास्य देव
कुबेर एवं दुर्गा
माता हैं।
कर्क: इस राशी
के स्वामी चंद्र
और उपास्य देव
गौरी शंकर हैं।
सिंह: इस राशी
के स्वामी रवि
और उपास्य देव
सूर्य नारायण एवं
जगत पिता ब्रह्मा
हैं।
कन्या: इस राशी
के स्वामी बुध
और उपास्य देव
कुबेर एवं दुर्गा
मां हैं।
तुला: इस राशी
के स्वामी शुक्र
और उपास्य देवी
कुलस्वामिनी हैं।
वृश्चिक: इस राशी
के स्वामी मंगल
और उपास्य देव
श्री गणपती एवं
श्रीराम भक्त हनुमान
जी हैं।
धनु: इस राशी
के स्वामी गुरु
और उपास्य देव
दत्तात्रोय जी हैं।
मकर: इस राशी
के स्वामी शनि
और उपास्य देव
श्री शनिदेव एवं
श्रीराम भक्त हनुमान
जी हैं।
कुंभ: इस राशी
के स्वामी शनि
और उपास्य देव
श्री शनिदेव एवं
श्रीराम भक्त हनुमान
जी हैं।
मीन: इस राशी
के स्वामी गुरु
और उपास्य देव
गुरू बृहस्पती हैं।
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Guruji, mera nakshatra krittika ,mera isht dev kon he.
ReplyDeleteaapka ye lagan nakshatra hai ya moon nakshatra hai
DeleteGuruji,
ReplyDeleteMera naam Pritesh Kumar
Mera janm 18 November 1984 6:15pm place - purnea Bihar
(approx) hai. Uttar phalguni.
Mere isht dev ya devi kon hain....kisi ne bataya devi hain...lekin kon si devi.