Tuesday, June 16, 2015

Mangal ka achuk Upay

Mangal ka achuk Upay

आजकल आम बात है कि कई तरह के लोग भगवान हनुमान के कई तरह से उपाय बताते है करो वैसा होगा करो ठीक हो जाएगा अब सोचने वाली बात है क्या वाकई मे सही होगा या और खराबी के हालाद बनते है मानता हू हनुमान जी कलयुग के देवता है उनकी पूजा फल भी देगी लेकिन कब ?? संसार के सचांलन के लिए तथा सतुंलन बनाऐ रखने के लिए ग्रहो का निर्माण किया गया है पचं तत्व विधमान है इनमे खुद भगवान शिव ने बिना किसी कारण इनके कार्य मे हस्तक्षेप करने का वरदान इनको दिया है इसलिए सतकर्म वालो के लिए ही ग्रह की दशा मे भगवान की पूजा शुभ फल देती है करोडो लोग पूजा करते और करते आऐ है वो आज भी नी समझते की गलती है कहाँ जो फल नी मिलता





अब ग्रह शुभ है या अशुभ जाने बिना भी उपाय लोग करते है पूजा करना एक अलग विधि है लोग निस्वार्थ करते है लेकिन अधिक लोग कुडली मे बताऐ उपाय करते है मदिंरो मे एक उदाहरण मान लो मगंल देव उच्च के शुभ फल मे है और आपने अपने सर से कोई चीज मगंल की वार के या ऐसे ही मदिंर मे दान दे दी तो मगंल वही खराब हो गया अब शनि देव है विना जाने या सही आकंलन के कि शनि योग कारक है या नही अब योग कारक है शुभ है तेल मे चेहरा देखा दान दे दिया और मदिंर मे भी उनकी वस्तु रख आऐ तो जो सही उसे तो आपने मदिर मे दिया वो हुआ कमजोर फिर वही हालाद एक जैसे सिमटेम्स कई ग्रहो के होते है जरूरी नही मगंल खराब है शनि खराब है खैर आजकल सब मुफ्त चाहते लेकिन होता कुछ नही वही मुनसिपार्टल्टी के सरकारी अस्पताल वाला हाल रह जाता है और बिमार हो जाओ तब सही जगह जाओ

एक छोटा सा उपाय आज हनुमान जी का मै भी दे रहा हू

मगंलवार यानी आज आप एक नारियल लाल कपडे मे लपेट कर एक छोटी बुक रामायन की दो फल दो लड्डू लाल फूल रौली और तेल एक सवा मिटर कपडे मे बाँध दे हाथ मे ले और भगवान राम की उपासना करे उनका नाम ले फिर माथे छू के रहे कष्टो की मुक्ती हनुमान जी से करे उनका मत्रं बोल के उनके सामने रखदे उनके सिद्ध मदिर मे करे पडित को दक्षिना दे और कन्याओ बूदी का प्रसाद बाँटे और उनके चरण छू के आर्शीवाद ले आप चार से नौ मगंल वार करे परिणाम सामने होगा लेकिन इस बीच अनैतिक कामो से बचे खासतर जुबान पर काबू रखे

ऐसी ही परेशानियो का हल आसान उपाय के साथ हम देगे लेकिन बिना खोऐ कुछ मिलता नही मिल जाए तो कीमत नी होती -- आप ऑपयमेटं ले सकते है वाट्सअप और फोन -- 090234 70369


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