Saturday, February 2, 2019

Somvati Amavasya ke Upay


Somvati Amavasya ke Upay


सोमवती अमावस्या के उपाय ( 4 फरवरी 2019 को है सोमवती अमावस्या )

जब सोमवार को अमावस्या होती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। ऐसी अमावस्या का शास्त्रों में काफी अधिक महत्व बताया गया है। इस दिन किये जाने वाले उपायों का शीघ्र फल प्राप्त होता हैं। यहां हम आपको सोमवती अमावस्या के दिन किए जाने वाले कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। इन्हें करने से गरीबी और दरिद्रता दूर होती है साथ ही सुख समृद्धि का आगमन होता है। ये हैं आसान उपाय 




1. सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य नारायण को विशेष अर्घ्य देना अतिउत्तम बताया गया है। ऐसा करने से गरीबी और दरिद्रता दूर होती है।

2. यदि चंद्र कमजोर स्थिति में है तो गाय को दही और चावल खिलाएं इससे मानसिक शांति प्राप्त होने के साथ ही एकाग्रता भी बढ़ेगी।

3. इस दिन दान का अतिमहत्व है। दान करने या किसी भूखे को भोजन कराने से विष्णुदेव प्रसन्न होकर आशीष प्रदान करते हैं।

4. इस दिन जो व्यक्ति धोबी, धोबन को भोजन कराकर अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करता है उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।

5. इस दिन पवित्र नदी, तटों पर मौन स्नान करना चाहिए। इससे ब्रम्हमुहूर्त का फल प्राप्त हाेता है और सूर्यदेव के साथ ही भगवान विष्णु और शिव की विशेष कृपा प्राप्त हाेती है।

6. इस दिन भगवान विष्णु के साथ ही शिव पूजन का भी विशेष महत्व है। विधि-विधान से हरि और हर का पूजन करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है।

7. अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए कंडे में गुड़, घी का धूप देकर पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है। यह पूजन किसी तीर्थस्थल पर जाकर विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में भी की जा सकती है।

8. पितृदोष निवारण करना है तो सोमवती अमावस्या का दिन उर्पयुक्त है। सूर्य को अघ्र्य देते समय पितृ तर्पण के लिए पितृभ्य नमः मंत्र का जप करना चाहिए। इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता और कोर्ट कचहरी से संबंधित विवादों का निपटारा होता है। घरेलू झगड़ों क्लेश का भी समाधान आसानी से हाेता है।

9. सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त दान पुण्य करने से, ब्राहमण को भोजन कराने से पितर प्रसन्न होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।

10. सोमवती अमावस्या के दिन स्वास्थ्य, शिक्षा, कानूनी विवाद, आर्थिक परेशानियां और पति-पत्नी सम्बन्धी विवाद के समाधान हेतु किये गए उपाय विशेष फल देते हैं।

11. यदि व्यवसाय में परेशानियां हो रही हो तो सोमवती अमावस्या के दिन पीपल वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दिया जलाकर नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करे। ऐसा करने से उनके व्यापार की बाधाएं दूर होने लगेगी।

12. आर्थिक संकट से छुटकारा पाने के लिए सोमवती अमावस्या के दिन 108 बार तुलसी के पौधे की श्री हरि-श्री हरि अथवा नमो नारयण का जाप करते हुए परिक्रमा करनी चाहिए।


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