Mangal Gochar 2019
मंगल गोचर 2019
मंगल
को हम लाल ग्रह
के रूप में भी जानते हैं।
सौरमंडल के ग्रहों में
वैज्ञानिकों के नज़रिये से
तो मंगल महत्वपूर्ण है ही लेकिन
ज्योतिषशास्त्र में भी मंगल का
काफी महत्व माना जाता है। अंग्रेजी में मंगल को मार्स जो
कि युनानियों के कृषिदेवता कहे
जाते हैं। इन्हीं के नाम पर
ग्रेगोरियन कैलेंडर के तीसरे महीने
का नाम मार्च रखा गया है। रोमन इन्हें युद्ध का देवता भी
कहते है।
लेकिन हिंदू पौराणिक ग्रंथों में मंगल को भौमेय यानि पृथ्वी का पुत्र कहा जाता है। कुछ पुराण इन्हें भगवान शिव के पसीने से उत्पन्न मानते हैं। ज्योतिष शास्त्र में मंगल मेष एवं वृश्चिक राशि के स्वामी माने जाते है। मंगल ऊर्जा के प्रतीक हैं। मंगल जातक को जूझारू बनाते हैं। ये सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति के मित्र हैं तो बुध व केतु के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। शुक्र और शनि के साथ इनका संबंध तटस्थ है। मंगल मकर राशि में उच्च के रहते हैं तो कर्क राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। मंगल दोष से पीड़ित जातक को अपने वैवाहिक जीवन में कष्टों से लेकर दरिद्रता जैसे दु:ख उठाने पड़ते हैं। मंगल का राशि परिवर्तन करना जातक की कुंडली में भावानुसार सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस पेज पर आपको मंगल के गोचर की समस्त जानकारी मिलेगी साथ ही आप जान पायेंगें कि मंगल का राशि परिवर्तन आपको कैसे प्रभावित करेगा।
लेकिन हिंदू पौराणिक ग्रंथों में मंगल को भौमेय यानि पृथ्वी का पुत्र कहा जाता है। कुछ पुराण इन्हें भगवान शिव के पसीने से उत्पन्न मानते हैं। ज्योतिष शास्त्र में मंगल मेष एवं वृश्चिक राशि के स्वामी माने जाते है। मंगल ऊर्जा के प्रतीक हैं। मंगल जातक को जूझारू बनाते हैं। ये सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति के मित्र हैं तो बुध व केतु के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। शुक्र और शनि के साथ इनका संबंध तटस्थ है। मंगल मकर राशि में उच्च के रहते हैं तो कर्क राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। मंगल दोष से पीड़ित जातक को अपने वैवाहिक जीवन में कष्टों से लेकर दरिद्रता जैसे दु:ख उठाने पड़ते हैं। मंगल का राशि परिवर्तन करना जातक की कुंडली में भावानुसार सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस पेज पर आपको मंगल के गोचर की समस्त जानकारी मिलेगी साथ ही आप जान पायेंगें कि मंगल का राशि परिवर्तन आपको कैसे प्रभावित करेगा।
आपकी
कुंडली के अनुसार ग्रहों
की दशा क्या कहती है, जानें एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों से। अभी परामर्श करें।
मंगल
गोचर
2019 तिथि व समय
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मीन से मेष
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06 फरवरी
2019 12:10 पूर्वाह्न
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मेष से वृषभ
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22 मार्च
2019 03:29 अपराह्न
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वृषभ से मिथुन
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07 मई
2019 07:19 पूर्वाह्न
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मिथुन से कर्क
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22 जून
2019 11:48 अपराह्न
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कर्क से सिंह
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09 अगस्त
2019 05:12 पूर्वाह्न
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सिंह से कन्या
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25 सितम्बर
2019 06:58 पूर्वाह्न
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कन्या से तुला
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10 नवम्बर
2019 02:49 अपराह्न
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तुला से वृश्चिक
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25 दिसम्बर
2019 09:53 अपराह्न
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