Saturday, April 25, 2015

Beej Mantras of all 9 Planets


Beej Mantras of all 9 Planets


इस पोस्ट में मैं नव ग्रहों के ग्रह मंत्र बताने जा रहा हूँ

आप
में से कुछ लोग सोच रहे होंगे की इन मन्त्रों का क्या फायदा है इन मन्त्रों का प्रयोग किया जाता है कमज़ोर ग्रह को शक्ति देने के लिए या फिर खराब असर देने वाले गृह को शांत करने के लिए अगर आप के पास रत्न खरीदने के लिए पैसे नहीं है तो चिंता मत कीजिये ग्रह का मंत्र बोलना भी उतना ही असर देगा जितना की ग्रह का रत्न मैंने अपने अनुभव से यह निष्कर्ष निकाला है की मंत्र जप और पूजा, रत्नों से भी कहीं ज्यादा शक्तिशाली होती हैं, बशर्ते आप उन्हें खुद करें और किसी पंडित इत्यादि से करवाएं

 नीचे दिए हुए मन्त्रों को आप रत्न डालने से पहले भी बोल सकते हैं उदाहरण के लिए अगर आप पुखराज डालने लगे हैं, जो ब्रहस्पति का रत्न होता है, तो ब्रहस्पति का नीचे दिया हुआ मंत्र कम से कम 108 बार पुखराज के ऊपर पढ़ कर फिर उसे डालिए, इसी तरह अगर आप पन्ना डालने लगे हैं, जो बुध का रत्न है तो पन्ने पर पहले बुध का मंत्र कम से कम 108 बार पढ़िए और फिर डालिए इसी तरह बाकी रत्नों के लिए कौनसा रत्न किस ग्रह का होता है यह जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़िए

मंत्र इस प्रकार हैं   

ग्रह

मंत्र

कितनी बार

सूर्य
ह्राम ह्रीम ह्रौम सह सुर्याए नमः
40 दिन में 7,000 बार
चन्द्र
श्राम श्रीम श्रौम सह चंद्राए नमः
40 दिन में 11,000 बार
मंगल
क्राम क्रीम क्रौम सह भौमाए नमः
40 दिन में 11,000 बार
बुध
ब्राम ब्रीम ब्रौम सह बुधाए नमः
40 दिन में 17,000 बार
ब्रहस्पति
ग्राम ग्रीम ग्रौम सह गुरवे नमः
40 दिन में 19,000 बार
शुक्र
द्राम द्रीम द्रौम सह शुक्राए नमः
40 दिन में 20,000 बार
शनि
प्राम प्रीम प्रौम सह शनिश चराए नमः
40 दिन में 23,000 बार
राहू
भ्राम भ्रीम भ्रौम सह राहवे नमः
40 दिन में 18,000 बार
केतु
श्राम श्रीम श्रौम सह केतवे नमः
40 दिन में 17,000 बार
  


No comments:

Post a Comment