Thursday, December 31, 2015

Rahu ke achuk Upay

Rahu ke achuk Upay


राहु के उपचार: -
====================== 

कुछ मित्रों के अनुग्रह पर राहु के उपचार पोस्ट कर रहा हुँ। 

राहु यंत्र या देवता के चित्र की नियमित पूजा।
राहु मंत्र का जप - ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं राहवे नम: || 18000 जाप् || 

Gand Mool Nakshtras


Gand Mool Nakshtras


GAND MOOL NAKSHTRAS

According to the Indian Vedic Astrology, Nakshtras are the important part of our lives. It considers Nakshtras to be one of the most important aspect of our lives. There are 27 Nakshtras or fixed stars in the Zodiac having a span of 13 degree,20 minutes each. It is further divided into 4 parts/charans of 3 degrees,20 minutes each. Knowledge of Nakshtras is a must for Muhurta or for choosing auspicious moments in our life.

Sunday, November 29, 2015

Astro Remedies for Addiction of Alcohol

Astro Remedies for Addiction of Alcohol 


क्या आप के पति या घर का कोई सदस्य रोज शराब पीते है?

शराब के कारण आप के घर मे कलह का बातावरण रहता है?

Importance of Blessings Aashirwad

Importance of Blessings Aashirwad


आशीर्वाद का महत्

जीवन में आशीर्वाद का बड़ा महत्व होता है। यदि आप किसी का आशीर्वाद ले रहे हैं तो समझ लें की आप अपने लिए कवच तैयार कर रहे हैं क्योंकि कब, कहा, किसका आशीर्वाद काम जाए कहा नहीं जा सकता। इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बड़ों का सम्मान छोटों को स्नेह हमेशा दें।

Thursday, October 29, 2015

Perfume se vashikaran kare aur kismat badle

Perfume se vashikaran kare aur kismat badle


क्या आप जानते हैं इत्र से किसी को भी वशीभूत किया जा सकता है और इत्र की खुशबू से आप आपनी किस्मत भी बदल सकते हैं।
ज्योतिष के अनुसार अपनी राशि के अनुसार परफ्युम का उपयोग करने से अपनी राशि के स्वामी को खुश कर सकते हैं-

Friday, October 2, 2015

Things to Donate in Shradh Pitrapaksh

Things to Donate in Shradh Pitrapaksh


Water: Water is very important in our life. We can’t imagine life without water. We can’t perform any rituals. It is very beneficial to offer water to pitra in palm. You can pour water to the peeple tree before sunrise. It gives peace to pitra. But do not waste water during Pitrapaksha.

Shradh mei kare pitra dosh ke achook upay

Shradh mei kare pitra dosh ke achook upay

जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है, उसके लिए भी श्राद्ध पक्ष का समय विशेष होता है क्योंकि इन 16 दिनों में किए गए कर्मों के आधार पर ही पितृ दोष से मुक्ति मिलना संभव है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो लोग श्राद्ध पक्ष के दौरान अपने पितरों का तर्पण, पिण्डदान  श्राद्ध नहीं करते, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनमें से कुछ समस्या इस प्रकार है

1. जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है उनके यहां संतान होने में समस्याएं आती हैं। कई बार तो संतान पैदा ही नहीं होती और यदि संतान हो जाए तो उनमें से कुछ अधिक समय तक जीवित नहीं करती है। 

Sunday, August 30, 2015

Planets according to relatives

Planets according to relatives


ग्रह अपने आसपास रिश्तेदार के रूप में है.
******************************************

ग्रह का रूप अपने रिस्तेदार के रूप में भी सामने आता है,
**********

सूर्य
**********
ग्रहों में सूर्य को पिता के स्वरूप में जाना जाता है ज्यादातर सभी जगह पुत्र का नाम पिता के द्वारा ही दिया जाता हैपिता के द्वारा ही जन्म सम्भव है,यानी सूर्य पिता है,सूर्य आत्मा और सांस को देने वाला है, जो एक दिन और रात में इक्कीस हजार : सौ बार सांस का आना जाना है,वह केवल सूर्यपि रूपी पिता के द्वारा दिये गये जीवन के द्वारा ही संभव है,नाम जाति गोत्र बनावट सब पिता पर ही निर्भर करते है,

Saturday, August 29, 2015

Why women are not allowed to break coconut

Why women are not allowed to break coconut


रहस्य: नारी इस कारण कभी नहीं फोड़ती नारियल

नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है की जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया तो वे अपने साथ तीन चीजें- लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष तथा कामधेनु लाए इसलिए नारियल के वृक्ष को श्रीफल भी कहा जाता है। श्री का अर्थ है लक्ष्मी अर्थात नारियल लक्ष्मी विष्णु का फल।

SOME COMBINATION FOR WEALTH IN ASTROLOGY


SOME COMBINATION FOR WEALTH IN ASTROLOGY

==============================================
The Houses which signify Money is astrology are – 1st, 2nd, 5th, 9th and 11th House.

1st House = First house represent you and nothing can be start without you so power of Lagan and Lagan Lord is prime important.

2nd House = This house is known as money house hence planets sitting in this house and lord of second house is very imp while calculating money in the chart.

5th House = This house signify noble deeds done in previous birth hence fifth house and its lord is important.

Wednesday, July 22, 2015

Sukhi shadi shuda jeevan ke achook upay

Sukhi shadi shuda jeevan ke achook upay

1. कन्या के सुखी विवाहिक जीवन के लिए विवाह के पश्चात् जब कन्या की विदाई होने वाली हो तो किसी पीले रंग के धातु के लोटे में गंगाजल लेकर,उसमें थोडी सी पिसी हल्दी मिलाएं फिर एक तांबे का सिक्का उस लोटे में डालकर कन्या के ऊपर से 7 बार उतार कर उसके आगे गिरा दें, कन्या का विवाहिक जीवन सुखमय रहेगा
2. यदि कन्या विवाह के चार दिन पूर्व साबुत हल्दी की गांठे, पीतल के सिक्के, थोडा सा केसर, गुड और चने की दाल इन सबको एक पीले वस्त्र में बाँधकर अपनी ससुराल की दिशा में उछाल दे तो उसको अपने पति और ससुराल के अन्य सभी सदस्यों का सदैव भरपूर प्यार मिलेगा।

Nazar se bachne ke achook upay


Nazar se bachne ke achook upay

क्या आपको किसी की नज़र लग गई है ?

हम अक्सर यह सुनते हैं कि बच्चे को बुरी नजर लग गई या नजर लगने से दुकान बंद हो गई। नजर किसी भी सुंदर या अच्छी चीज को लग सकती है जैसे- सुंदर बच्चे को, दुकान को, घर को
आदि। ऐसे में बुरी नजर से मुक्ति पाने के लिए टोने- टोटके ही अपनाएं जाते हैं। अगर आपके घर के किसी सदस्य या आप पर बुरी नजर का प्रभाव है तो नीचे लिखे टोटके अपनाकर बुरी नजर से मुक्ति पा सकते हैं।

उपाय .....

Upay to Win Court Cases

Upay to Win Court Cases

मुकदमें में विजय पाने के कुछ खास उपाय
1. जब भी आप अदालत में जाएँ तो किसी भी हनुमान मंदिर में धूप अगरबत्ती जलाकर, लड्डू या गुड चने का भोग लगाकर एक बार हनुमान चालीसा और बजरंग बान का पाठ करके संकटमोचन बजरंग बलि से अपने मुकदमे में सफलता की प्रार्थना करें .........आपको निसंदेह सफलता प्राप्त होगी
2. आप जब भी अदालत जाएँ तो गहरे रंग के कपड़े ही पहन कर जाएँ
3. अपने अधिवक्ता को उसके काम की कोई भी वास्तु जैसे कलम उपहार में अवश्य ही प्रदान करें
4. अपने कोर्ट के केस की फाइलें घर में बने मंदिर धार्मिक स्थान में रखकर ईश्वर से अपनी सफलता, अपनी रक्षा के लिए प्रार्थना करें

Friday, June 19, 2015

Mantra For Pitra Dosh Nivaran Pitra Shanti

Mantra For Pitra Dosh Nivaran & Pitra Shanti


पितृदोष और पितृशांति के लिए मंत्र :-

पितृदोष क्या है और कैसे होता है:- जब किसी भी व्यक्ति की कुंडली के नवम पर जब सूर्य और राहू की युति हो रही हो तो यह समझा जाता है कि उसके पितृ दोष योग बन रहा है | भारतीय संस्कृति में पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सूर्य तथा राहू जिस भी भाव में बैठते है,  उस भाव के सभी फल नष्ट हो जाते है | यह योग व्यक्ति की कुण्डली में एक ऎसा दोष है जो सभी प्रकार के दु:खों को एक साथ देने की क्षमता रखता है, इस दोष को पितृ दोष के नाम से जाना जाता है |

व्यक्ति की कुन्डली का नवम् भाव अथवा घर धर्म का सूचक है तथा यह पिता का घर भी होता है | इसलिए अगर किसी की कुंडली में नवम् घर में ग्रहों कि स्थिति ठीक नहीं है अर्थात खराब ग्रहों से ग्रसित है तो इसका तात्पर्य है कि जातक के पूर्वजों की इच्छायें अधूरी रह गयीं थी अत: इस प्रकार का जातक हमेशा तनाव में रहता है एवं उसे मानसिक, शारीरिक तथा भौतिक समस्याओं और संकटों का सामना कारण पडता है |
अत: सपष्ट है कि जातक का नवां भाव या नवें भाव का मालिक राहु या केतु से ग्रसित है तो यह सौ प्रतिशत पितृदोष के कारणों में माना जाता है |


Tuesday, June 16, 2015

Mangal ke achuk upay

Mangal ke achuk upay

मंगलकामना के साथ करें मंगलवार को ये 3 उपाय

शास्त्रों के अनुसार मंगलवार को ही बजरंग बली का जन्म हुआ है। यही कारण है मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा आराधना सच्चे मन से की जाए तो यह जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं। यहां आपको ऐसे तीन उपाय बताए जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर आप हनुमानजी से इच्छित वर की प्राप्ति के लिए वर मांग सकते हैं।

पहला उपाय

किसी भी हनुमान मंदिर में अपने साथ एक नींबू और 4 लौंग लेकर जाएं। इसके बाद मंदिर में हनुमानजी के सामने नींबू के ऊपर चारों लौंग अर्पित करें। फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें या हनुमानजी के मंत्रों का जप करें। मंत्र जप के बाद हनुमानजी से सफलता की कामना करें और इस नींबू को अपने साथ ही रख लें। नींबू के प्रभाव से आपके कार्य में सफलता मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी।

Kaise Samjhe Adhik Maas Ko

Kaise Samjhe Adhik Maas Ko

कैसे समझें अधिक मास को?

पुरुषोत्तम मास का अर्थ जिस माह में सूर्य संक्रांति नहीं होती वह अधिक मास कहलाता होता है। इस वर्ष यह 17 जून से 16 जुलाई तक है। इन दिनों में खास तौर पर सर्व मांगलिक कार्य वर्जित माने गए है, लेकिन यह माह धर्म-कर्म के कार्य करने में बहुत फलदायी है। इस मास में किए गए धार्मिक आयोजन पुण्य फलदायी होने के साथ ही ये आपको दूसरे माहों की अपेक्षा करोड़ गुना अधिक फल देने वाले माने गए हैं।